डिंडोरी में जमीन विवाद में तीन की हत्या के बाद Garbhvati patni se karwaya bistar saaf वीडियो वायरल, प्रशासनिक जांच शुरू।
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मध्य प्रदेश के डिंडोरी जिले में एक दुखद और अमानवीय घटना का मामला सामने आया है, जिसमें जमीन विवाद के चलते तीन लोगों की हत्या के बाद मृतक की Garbhvati patni se अस्पताल के bistar पर लगा खून saaf karwaya गया। इस घटना का वीडियो वायरल हो गया है और इसे देखकर लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
घटना का पूरा विवरण
Garbhvati patni se karwaya bistar saaf teen hatya
यह घटना डिंडोरी जिले के लालपुर गांव की है। जानकारी के अनुसार, यह मामला जमीन विवाद से जुड़ा हुआ है। दिवाली के दिन, 31 अक्टूबर को, 65 वर्षीय धर्म सिंह मरावी अपने तीन बेटों—शिवराज, रघुराज, और रामराज—के साथ खेत में धान की कटाई कर रहे थे। तभी उन पर लाठियों और धारदार हथियारों से लैस करीब 20-25 लोगों के एक समूह ने जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में धर्म सिंह और उनके बेटे रघुराज की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि शिवराज और रामराज गंभीर रूप से घायल हो गए।
अस्पताल में अमानवीय व्यवहार (Garbhvati patni se karwaya bistar saaf)
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धर्म सिंह और रघुराज की मौत के बाद घायल शिवराज और रामराज को इलाज के लिए गाड़ा सरेई स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान शिवराज ने भी दम तोड़ दिया। इसी दौरान अस्पताल पहुंची शिवराज की पत्नी, जो 5 महीने की गर्भवती है, को कथित तौर पर उसके पति के खून से सने बिस्तर को साफ करने के लिए कहा गया। इस अमानवीय दृश्य को किसी ने रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर साझा कर दिया, जिससे यह वीडियो तेजी से वायरल हो गया।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
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वीडियो सामने आने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। जिला प्रशासन ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कार्रवाई की। गाड़ा सरेई स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारी डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह को अस्थायी रूप से स्थानांतरित कर दिया गया, वहीं नर्सिंग ऑफिसर राजकुमारी मरकाम और आया छोटी भाई ठाकुर को निलंबित कर दिया गया है। चीफ मेडिकल हेल्थ ऑफिसर डॉ. रमेश मरावी ने इस घटना को आपत्तिजनक करार दिया और जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों को इस प्रकार की घटनाएं रोकने के लिए निर्देश जारी किए हैं।
विपक्ष का हमला
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घटना के वायरल वीडियो पर मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेता ने राज्य सरकार पर सवाल उठाए हैं। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने अपने सोशल मीडिया पर वीडियो साझा कर घटना की निंदा की और कहा कि इसकी गहन जांच की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो। वहीं, राज्य के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला ने भी घटना पर दुख व्यक्त किया और इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस कार्रवाई और जांच (Garbhvati patni se karwaya bistar saaf)
इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जो मरावी परिवार के रिश्तेदार बताए जा रहे हैं, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। थाना प्रभारी दुर्गा प्रसाद नागपुर ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ हत्या और भारतीय दंड संहिता की अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार, हमले का कारण जमीन विवाद था और इस हिंसक घटना में तीन लोगों की मृत्यु हुई।
ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा व्यवस्था पर सवाल
इस घटना ने मध्य प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के ग्रामीण इलाकों में 95% विशेषज्ञ डॉक्टरों के पद खाली हैं, जिससे ऐसी अमानवीय घटनाएं सामने आती हैं। विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आवश्यक सुविधाओं के अभाव के कारण मरीजों को इस प्रकार की परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है।
निष्कर्ष (Garbhvati patni se karwaya bistar saaf)
यह घटना न केवल चिकित्सा व्यवस्था की गंभीर खामियों को उजागर करती है, बल्कि समाज में संवेदनशीलता की कमी को भी दर्शाती है। इस घटना के बाद सभी संबंधित अधिकारियों को जवाबदेही तय की जा रही है और सरकार ने भरोसा दिलाया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होने दी जाएगी।